नाजूक शराबी पराग कॉफी अनभिज्ञ स्पर्श ती कप सप्तसुर ओठ रूप रंग लळा गुपीत गुलाबी मन प्रेम उदास हरिणी चंद्र

Marathi ओठ गुलाबी Poems